श्री शक्ति मंदिर प्रांगण में 54वें मंगलवार सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का हुआ आयोजन- समाजसेवी पंकज पाठक

 श्रीराम सोसाइटी लक्ष्मण विहार स्थित श्री शक्ति मंदिर प्रांगण में चौवनवें मंगलवार सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का हुआ आयोजन- समाजसेवी पंकज पाठक

हनुमान जयंती पर आज करें इस शक्तिशाली स्तुति का पाठ, बदल जाएगा जीवन 

गुरुग्राम,23अप्रैल 2024। सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ की श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवी पंकज पाठक की अगुवाई में श्रीराम सोसाइटी लक्ष्मण विहार स्थित श्री शक्ति मंदिर प्रांगण में चौवनवें मंगलवार को सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं गीता पाठ का आयोजन किया गया। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती का त्योहार मनाया जाता है. इस साल हनुमान जयंती 23 अप्रैल यानी आज है. कहते हैं कि हनुमान जयंती एक हिंदू त्योहार है जो हिंदू देवता और रामायण के नायक हनुमान के जन्म का जश्न मनाता है। हनुमान जयंती का उत्सव भारत के प्रत्येक राज्य में समय और परंपरा के अनुसार अलग-अलग होता है। भारत के अधिकांश उत्तरी राज्यों में, यह त्यौहार हिंदू महीने चैत्र की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। हनुमान जयंती पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. ज्योतिषियों की मानें तो, हनुमान जयंती के दिन हनुमान स्तुति का पाठ करना चाहिए, जिससे जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और हर मनोकामना पूरी होती है. तो आइए जानते हैं उस शक्तिशाली स्तुति के बारे में.  

हनुमान जी की स्तुति

जय बजरंगी जय हनुमाना,रुद्र रूप जय जय बलवाना,

पवनसुत जय राम दुलारे,संकट मोचन सिय मातु के प्यारे ॥

जय वज्रकाय जय राम केरू दासा,हृदय करतु सियाराम निवासा,

न जानहु नाथ तोहे कस गोहराई,राम भक्त तोहे राम दुहाई ॥

विनती सुनहु लाज रखहु हमारी,काज कौन जो तुम पर भारी,

अष्टसिद्धि नवनिधि केरू भूपा,बखानहु कस विशाल अति रूपा ॥

धर्म रक्षक जय भक्त हितकारी,सुन लीजे अब अरज हमारी,

भूत प्रेत हरहु नाथ बाधा,सन्तापहि अब लाघहु साधा ॥ 

मान मोर अब हाथ तुम्हारे,करहु कृपा अंजनी के प्यारे,

बन्दतु सौरभ दास सुनहु पुकारी,मंगल करहु हे मंगलकारी ॥ 

कैसे करें हनुमान स्तुति

हनुमान जी के जन्मोत्सव पर हनुमान स्तुति का पाठ जरूर करें. इस स्तुति का 7 बार कम से कम पाठ करें, इससे आपको लाभ होगा. और अगर आप हनुमान स्तुति का पाठ नहीं कर पा रहे हैं तो इसकी जगह आप हनुमान चालीसा भी पढ़ सकते हैं. 

हनुमान जयंती पूजन विधि 

हनुमान जयंती के व्रत से पहले एक रात को जमीन पर सोने से पहले भगवान राम और माता सीता के साथ-साथ हनुमान जी का स्मरण करें. अगले दिन प्रात: जल्दी उठकर दोबारा राम-सीता एवं हनुमान जी को याद करें. हनुमान जयंती प्रात: स्नान ध्यान करने के बाद हाथ में गंगाजल लेकर व्रत का संकल्प करें. इसके बाद, पूर्व की ओर भगवान हनुमानजी की प्रतिमा को स्थापित करें. विनम्र भाव से बजरंगबली की प्रार्थना करें. इसके बाद षोडशोपाचार की विधि विधान से श्री हनुमानजी की आराधना करें |



इस मौके पर सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ में विनोद सुदान,स्नेहलता,आयुष,रमेश चंद्र शर्मा,सौर्य कौसिक,सुनील,संतोष,देव,तमन्ना,रुपाली,वर्षा,राज कुमार ,सुनील,विनीत,विनय,आनंद,कुशल योगी,सुनील,विनीत,विनय,आनंद,नीलेश सिंह, वेद प्रकाश,विष्णु दत्त गौर, संजय मेहरा,सत्या , योगिता,अनिल शर्मा,वीरेंदर ,जितेंदर सिंह,धनदीप भारती, परशुराम, कनक,महिमा,कृष्ण,देव,लता,ख़ुशी,पिंकी,नवी,धनंजय संदीप,आयुष, राज कुमार ,सुनील ,अजय भरद्वाज, मेहरा जी,नवीन,अमित,संदीप ,पंकज पाठक,सुंदरी खत्री जी, के अलावा अनेक गणमान्य लोगों द्वारा प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया गया है और उपस्थित भी रहे।

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