बोधराज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ मुहिम का आंकड़ा पहुंचा 6 लाख 8 हजार पार।

 बोधराज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ मुहिम का आंकड़ा पहुंचा 6 लाख 8 हजार पार।


हमारे जीवन में संतों का होना अति आवश्यक, संत हमारे मार्गदर्शक हैं : बोधराज सीकरी

गुरुग्राम। कल दिनांक 9 अप्रैल को गीता आश्रम ज्योति पार्क, गुरुग्राम के प्रांगण में गजेंद्र गोसाई व ब्राह्मण भीम दत्त द्वारा मंगलाचरण और शंखनाद करवाकर संगीतमय तरीक़े से 21-21 बार हनुमान चालीसा पाठ लगभग 200 लोगों ने किया। गोसाई जी ने बीच-बीच में संपुट लगाकर सुंदर-सुंदर चौपाई भी गायी। गीता आश्रम के प्रधान श्री राजेश गाबा ने श्री राम लाल आहूजा के साथ मिलकर आयोजन की व्यवस्था की। आयोजन में डॉक्टर अलका शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही।


समापन के समय राम नाम की 108 बार माला का सभी ने जाप कर श्री बोध राज सीकरी को आग्रह किया कि वो अपना वक्तव्य रखें। बोध राज सीकरी ने सर्वप्रथम चैत्र मास की प्रतिपदा सम्वत् 2081 के प्रथम नवरात्रि के उपलक्ष्य में सभी को बधाई दी और अपने सुन्दर शब्दों से स्वामी डॉक्टर दिव्यानन्द जी भिक्षु जी का आभार प्रकट किया, जिनके इस सुंदर सेवा धर्म, संस्कृति और भक्ति के प्रेरक संस्थान में हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन हुआ। उसके उपरांत बोध राज सीकरी ने बताया कि आज के दिन उगादी पर्व भी दक्षिण भारत में मनाया जाता है। उगादी का अर्थ है युग आदि यानी आज के दिन युग का प्रारंभ हुआ। आज के दिन स्वामी दयानंद ने आर्य समाज की स्थापना की।आर्य समाज वेदों के विस्तार का संस्थान है जो कुरीतियों का खंडन करता है और पाखंड वाले कर्मकांड का भी खंडन करता है और आर्य समाज बेटी की शिक्षा पर बल देता है। 

इसी प्रकार सिखों के दूसरे गुरु अंगद देव साहिब जी महाराज का अवतरण दिन भी आज के दिन है। आज के दिन ही मर्यादा पुरुषोत्तम राम का राज्याभिषेक हुआ था। आज के दिन ही महाराजा युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हुआ था और आज के दिन ही विक्रमादित्य जी ने राज काज सम्भाला था, जिनके नाम से विक्रम सम्वत् नाम पड़ा। आज के दिन ही संत झूले लाल का अवतरण हुआ। आज के दिन महिषासुर राक्षस का मर्दन माँ दुर्गा ने किया था जिसके कारण उनका नाम महिषासुरमर्दिनी पड़ा और जिसके कारण नवरात्रि का आयोजन नौ दिन होता है। आज के दिन शैलपुत्री देवी स्वरूपा का पूजन होता है। शैल का मतलब है चट्टान। बोध राज सीकरी ने बताया कि हमें चट्टान की तरह जीवन में स्थिर रहना चाहिए। ऐसे कई और संत, ऋषि, मुनि, योगी, महात्मा साधु, तपस्वी के सानिध्य के उदाहरण देकर बताया कि हमारे जीवन में संतों का होना अति आवश्यक है। वे हमारे मार्गदर्शक हैं।आत्मबोध की राह दिखाते है संत जन। 


बोधराज सीकरी ने सूचना दी कि 13 अप्रैल के दिन स्वामी दिव्यानन्द भिक्षु जी महाराज का सन्यास दिवस गीता आश्रम में दोपहर को भव्यता और दिव्यता से मनाया जाएगा। जिसमें कीर्तन सत्संग के उपरांत नवरात्रि के प्रसाद का भंडारा भी आयोजित किया जाएगा। इसी प्रकार सीकरी जी ने आह्वान किया कि गढ़ी हरसरू में माँ वैष्णोदेवी के दरबार में इन नवरात्रि में अवश्य जाएं जहां आपको कटरा के दुर्गा माँ के दर्शन हो जाएँगे।

मंदिर की सह संचालिका डॉक्टर अलका शर्मा भी वहाँ उपस्थित रही। बोध राज सीकरी ने संगत को सूचित किया कि अगला हनुमान चालीसा का पाठ गढ़ी हरसरू के माँ वैष्णोदेवी के दरबार में 16 अप्रैल मंगलवार के दिन दोपहर 3 बजे से 5 बजे के बीच आयोजित होगा जिसमें सभी सादर आमंत्रित हैं। आरती उपरांत प्रसाद वितरण कर पाठ का समापन हुआ।


पिछले सप्ताह तक 253 स्थानों पर 43,393 साधकों द्वारा 601,562 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं। 


कल के पाठ में लगभग 200 भक्तों ने भाग लिया और सभी ने 21-21 बार पाठ किया। श्रीमती ज्योत्सना बजाज के ऑनलाइन हनुमान चालीसा के पाठ के आयोजन में 22 लोगों ने 11-11 बार पाठ किया। विजय टन्डन और श्री रणधीर टन्डन की फैक्ट्री के 64 कर्मचारियों ने 2-2 बार पाठ किया। जनता रिहैबिलिटेशन सेंटर में 40 विद्यार्थियों ने 21-21 बार पाठ किया। इसके अतिरिक्त जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में 31 साधकों ने 5-5 बार पाठ किया।


बता दें कि पंजाबी बिरादरी महा संगठन ने तीन दिन पूर्व पचास गरीब लोगों के लिये अयोध्या बस भेजी थी। सभी ने रास्ते में 21-21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया


इस प्रकार अब तक 259 स्थानों पर 43,800 साधकों द्वारा 608,177 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।


गणमान्य व्यक्तियों में श्री राम लाल ग्रोवर महामंत्री पंजाबी बिरादरी महा संगठन, श्री धर्मेन्द्र बजाज उपाध्यक्ष पंजाबी बिरादरी और मंडल अध्यक्ष अर्जुन मंडल, श्री रमेश कामरा, श्री किशोरी लाल डुडेजा, श्री ईश्वर , कैटरर, श्री रमेश चुटानी प्रधान देरावाल बिरादरी, श्री राजपाल आहूजा योगाचार्य,

श्री सुखदेव, श्री युधिष्ठिर अलमादी, श्री द्वारका नाथ मक्कड़, श्री विजय वर्मा, श्री सुदेश वर्मा, श्री रमेश कुमार, श्री जय दयाल कुमार, श्री गौरी शंकर, श्री सुभाष ग्रोवर, अधिवक्ता, श्री सुभाष नागपाल , श्री वीरेंद्र आहूजा और तिरलोक गोसाई मौजूद रहे।


महिला संगठन की ओर से श्रीमती रचना बजाज, श्रीमती पुष्पा नासा, श्रीमती शशि बजाज, श्रीमती सिमरन बजाज, श्रीमती शमा तनेज़ा, श्रीमती वीणा अरोड़ा उपस्थित रहीं।

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