गुरिंदरजीत सिंह ने उठाये बीजेपी के विकास पर सवाल।
सरकार शासन प्रशासन ने गुरुग्राम की जनता के साथ सौतेला व्यवहार किया। गुरिंदरजीत सिंह
सत्ता नशे में चूर नेता, भूल गए गुरुग्राम की जनता को। गुरिंदरजीत सिंह
गुरुग्राम : गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने बताया हरियाणा की सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला जिला गुरुग्राम है। गुरुग्राम सरकार को सबसे ज्यादा कमाई करके देता है, पर इसके बावजूद भी गुरुग्राम विधानसभा में समस्याओं का अंबार है। अब तक जो भी विधायक बने उन्होंने सिर्फ गुरुग्राम विधानसभा की जनता को झूठे सपने दिखाकर वोट हासिल करने किया काम किया है।
गुरिंदरजीत सिंह ने बताया कि जिला गुरुग्राम को पिछले दस साल से भाजपा ने सिर्फ लूटने काम किया है। वह गुरुग्राम को केवल सोने के अंडे देने वाली मुर्गी समझते है। यहाँ अधिकारी भी ऐश करने आते है, किसी ने भी पिछले दस साल में गुरुग्राम वासियों की सुध नही ली। नेता मंत्री हो चाहे एमसीजी, जीएमडीए सब ने लूटा।sab ने सफाई के नाम पर सिर्फ लूटा, काम किया होता तो आज गुरुग्राम थोड़ी देर की बारिश में डूब न जाता। किसी ने भी कितना चाहे लूट लिया हो, पर गुरुग्राम की जनता अबकी बार सब जान चुकी है। उसने देख है की पिछले कई साल से गुरुग्राम में कुड़े के ढेर लगे हुए है। सफाई का कोई प्रबंध नही। सीवर जाम पड़े है, ड्रैनेज ब्लॉक है। कुछ घंटो की बारिश में गुरुग्राम जलमग्न हो जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर बात स्वास्थ्य की, की जाए तो गुरुग्राम विधानसभा का एक्लोता सरकारी समान्य हॉस्पिटल को भी पांच साल पहले निक्कमी बीजेपी सरकार तोड़ दिया, जो अब तक बना नही। कहने को गुरुग्राम मिलिनीयम सिटी है, पर इसका राज्य बस स्टैंड भी टूटा पडा है। धरातल पर कोई काम नही हुआ। बिजली की बात करे तो गुरुग्राम के पास अपना कोई थर्मल पॉवर प्लांट भी नही।
उन्होंने कहा कि आज अगर पानी की बात करे तो आज जनता के घरों के नल में पीने का पानी नही आता, पर बारिश का पानी सड़को गलियों से लोगो के घरों के अंदर जरूर आ रहा है। शिक्षा की बात हो तो बीजेपी सरकार ने अपने कार्येकाल में कोई नया सरकारी स्कूल नही खोला पर सैंकडो स्कूल बंद जरूर किए है। प्रदेश में बेरोजगारी दिन-ब-दिन बढ़ रही है। प्रदेश में माफिया, गुंडे सरेआम लोगो को लूट रहे है, जान से मार रहे है। गुंडे बदमाशों को कानून का कोई डर नही रहा। सुरक्षा के नज़रिए से प्रदेश की स्थिति बहुत नीचे जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सफाई के नाम पर सरकार शासन प्रशासन ने ठेके इकोग्रीन जैसी कंपनी को दिए, जिस ने "वेस्ट टू एनर्जी" का प्लांट लगाना था, पर पिछले दस साल में इस पर काम नही हुआ। गुरुग्राम जैसे शहर के साथ धोख़ा किया। और पर्यावरण को ताख पर रखके बंदवाडी में कुड़े का पहाड़ बना दिया गया। शहर में कई जगह सीवर ओवर्फ्लो हो रहे है। गंदगी के ढेर लगे है। एमसीजी ने ठेके दिए है तो सफाई क्यों नही हो रही। या फ़िर सफाई के नाम पर कोई बड़ा भ्रस्टाचार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि शहर में गंदगी, ड्रैन् ब्लॉक, सीवर आदि की सफाई के दावे अधिकारी और मुख्यमंत्री ने किए है, तो आज जो शहर की स्थिति बनी है ये तो उन दावो से विपरीत है। या तो मुख्यमंत्री को रिपोर्ट गलत मिली है, या वे मुद्दे को टालने के लिए बोल रहे थे। अगर वाक्य करोड़ो रुपये के ठेके सफाई के लिए दिये है, सफाई क्यों नही हुई। इस लिए इस की जाँच होनी चाहिए कि आखिर करोड़ो रुपये जो सफाई के लिए दिए तो वो गए कहाँ। किस ने और किसकी मिलीभगत से भ्रस्टाचार हुआ। कौन ज़िम्मेदार है गुरुग्राम को कूड़ाग्राम बनाने का। इस के लिए निष्पक्ष जाँच करने के लिए उच्च सतरीये कमेटी का गठन करना चाहिए। ताकि सच्चाई जनता के सामने आए।