रेवाड़ी से किसको मिल सकती है भाजपा की टिकट और किस आधार पर.......किस परिस्थिति...


रेवाड़ी, 12 जुलाई (पवन कुमार )I जैसे-जैसे 2024 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, भाजपा टिकट के दावेदारों की सक्रियता बढ़ती जा रही है I दावेदारों में रणधीर कापड़ीवास,आरती राव, सतीश प्रधान, सतीश खोला, डॉ अरविंद यादव, सुनील मूसेपुर, प्रशांत सन्नी, मुकेश कापड़ीवास, वंदना पोपली, अजय पटोदा, अनिल रायपुर, राजबीर यादव, अमित यादव और कोसली से टिकट न मिलने की स्थति में लक्ष्मण यादव I इनके अतरिक्त और कोई भी दावेदार हो तो वह अलग है I देर रात तक सोचता रहा कि भाजपा से टिकट पर असली हक किसका है वह भी बिना किसी भेदभाव के, तो मेरे मन के अंदर से सच बाहर आया और भाजपा टिकट मिलने का पैमाना क्या है I शुरुआत करते है सबसे पहले राव इंद्रजीत के समर्थक दावेदारों से I अनिल रायपुर का तो उनका रेवाड़ी विधानसभा में कोई योगदान नहीं है, 

अजय पटोदा को सुनील मूसेपुर का विकल्प माना जा रहा है I इसलिए हो सकता है कि राव इंद्रजीत अजय पटोदा को आगे लाएंगे I प्रशांत सन्नी हंसमुख है और उनसे किसी को कोई शिकायत नहीं पर विधायक की कुर्सी पर बैठने के लिए और भी कुछ चाहिए... जिसको पाने में उन्हें समय लगेगा I राव समर्थक राजबीर यादव पिछले कई सालों से लोगों के आँखों का सेवा भाव से ओप्रशन करा रहे है,लेकिन जब बात आती है विधायक बनने की तो अभी बहुत कुछ और करना पड़ेगा इस मुकाम पर आने के लिए I डॉ अरविंद यादव टिकट के दावेदार केवल इसलिए है कि वह भाजपा के सीनियर नेता है, बेशक आज तक उन्होंने कोई छोटा सा चुनाव भी नहीं लड़ा हो I मुकेश कापड़ीवास,नये नेता है,और रणधीर कापड़ीवास को टिकट न मिलने की स्थिति में अपनी दावेदारी कर रहें है, अभी रणधीर कापड़ीवास ने दावेदारी चोड़ी नहीं I मुकेश कापड़ीवास को अभी साबित करना होगा की वह विधायक लायक है I रणधीर कापड़ीवास की उम्र आगे आ रही है,वह शेर की तरह दहाड़ तो सकते है पर शिकार करने में अब इतना दमख़म नही,जो सक्रियता बनाये रखने के लिए जरूरी है I 

सुनील मूसेपुर राव इंद्रजीत के उम्मीदवार थे जो भाजपा की टिकट पर पिछला विधानसभा चुनाव लड़े थे पर इस बार शायद सुनील मूसेपुर न भाजपा के रहे, न राव इंद्रजीत के,क्योंकि विधानसभा चुनाव आते-आते राव इंद्रजीत और सुनील मूसेपुर में फसला बढ़ जाये, जो सुनील मूसेपुर कि राजनीति के पतन का कारण हो सकता है I सुनील मूसेपुर बेसखी के सहारे राजनीति में आये थे उनका पत्ता काटने के लिए राव समर्थक कई और भी है I टिकट कि दावेदारी करना या चुनाव लड़ना उनका अधिकार है I अब बात करते है सतीश प्रधान की,वह इस समय सबसे ठोस उम्मीदवार तो है और सीट भी निकाल लेंगे, पर वह भी रघु यादव की तरह है अग्रेसिव है और भाजपा को ऐसा उम्मीदवार चाहिए जो अनुशासन में रहे और भाजपा की बात माने I और सतीश प्रधान वहीं कहेंगे जो उन्हें सही लगेगा I वह भाजपा की हां में हां मिलाने वाले नहीं और भाजपा को चाहिए कठपुतली उम्मीदवार, वह है नहीं, अमित यादव को पार्टी ने इतना पीछे धकेल दिया कि उसने टिकट की आस ही छोड़ दी पर  भाजपा में संभव है कि लाइन में लगे आख़री उम्मीदवार को भी टिकट मिल सकती है I 

सतीश खोला नेता कम और अधिकारी ज्यादा नज़र आते है, वह पिछले आठ सालों से भाजपा के अधिकारी की तरह काम कर रहे है I अगर भाजपा को ऐसा विधायक चाहिए जो अधिकारी की तरह काम करे तो सतीश खोला का नाम आ सकता है I लक्ष्मण यादव और वंदना पोपली ऐसे दावेदार है जो भाजपा के साथ-साथ राव इंद्रजीत से भी बराबर कि नज़दीकयां बनाये हुए है I लक्ष्मण यादव रेवाड़ी से दावेदारी तभी करेंगे जब आरती राव कोसली से दावेदारी करेंगी अन्यथा वह कोसली से ही दावेदारी करेंगे I वंदना पोपली एक अच्छी वक़्ता है जिनको टिकट एक ही सूरत में मिल सकती है जब किसी यादव को न मिले और उनको भाजपा नेत्री उमा भारती समझा जाये I आरती राव के लिए 2024 का विधानसभा चुनाव परेशानी और चुनौतीपूर्ण है I अगर वह कोसली से भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ती है तो जीत निश्चित है और निर्दलीय लड़ती हैं तो जगदीश यादव से मुकबला बराबर का होगा जिसका परिणाम कुछ भी हो सकता है I और अगर रेवाड़ी से भाजपा की टिकट या निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ती है तो दोनों ही सूरत में रेवाड़ी भाजपा का एक ही लक्ष्य होगा की आरती राव को हराना है और इंद्रजीत को झुकना है I हमने सभी दावेदारी कि कुंडली खोल दी,अब फैसला भाजपा हाईकमान को कि वह किसको टिकट दे ताकि चुनाव जीता जा सके I

 

पवन कुमार

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