अग्निवीर देश की धरोहर है : कर्नल संतपाल राघव


1955 में सात और 1964 में दस वर्ष के लिए होती थी जवानों की भर्ती : कर्नल गोपाल सिंह


- 1976 में सेना के जवानों के लिए किया गया था पेंशन का प्रावधान


गुरुग्राम, 12 जुलाई। हरियाणा भाजपा के ईएसएम प्रदेश संयोजक कर्नल संतपाल राघव ने कहा कि अग्निवीर देश की धरोहर होता है। अग्निवीर योजना देश व समाज की सुरक्षा व प्रगति के लिए है। देश प्रेम, देशहित और सर्वोच्च बलिदान की भावना के साथ युवा सेना में भर्ती होता है। कर्नल संतपाल राघव शुक्रवार को भाजपा कार्यालय गुरुकमल में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद हरियाणा के अध्यक्ष कर्नल गोपाल सिंह ने भी अग्निवीर योजना को देशहित में बताया। 

अग्निवीर योजना के बारे में बोलते हुए कर्नल संतपाल राघव ने कहा कि चार वर्ष के लिए युवा सेना में भर्ती होता है। चार वर्ष के बाद 25 प्रतिशत जवानों को स्थायी रूप से सेना में रख लिया जाता है। उन्होंने कहा कि सेना से आने के बाद पूर्व अग्निवीरों के लिए सीआईएसएफ, बीएसएफ में 10 प्रतिशत आरक्षण का ऐलान सीआईएसएफ और बीएसएफ के प्रमुखों ने कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हरियाणा, उत्तराखंड, आसाम और कर्नाटक की राज्य सरकारों ने भी अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने की बात कही है।  कर्नल राघव ने कहा कि सेना से ट्रेंड अग्निवीरों को कारोपोरेट सेक्टर भी लेने के लिए तैयार हैं। 

कर्नल राघव ने कहा कि काफी सोच विचार और स्टैडी के बाद अग्निवीर योजना को सरकार ने लांच किया है। इस योजना से युद्ध के दौरान लड़ाई की क्षमता में इजाफा हुआ है। अग्निवीर योजन के तहत तकनीकी ट्रेड में जो युवा ट्रेनिंग करते हैं उनकी चार वर्ष के बाद कारपोरेट सेक्टर में काफी डिमांड है। उन्होंने कहा कि आजकल युद्ध सीधे ना होकर साइबर, स्पेस व मिसाइलों से हैं। हमारी सेना अग्निवीर के तहत आए युवाओं को हर तरह के युद्ध के लिए तैयार करती है। 

कर्नल राघव ने बताया कि संसद में अग्निवीर के पैकेज को लेकर काफी भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अग्निवीर शहीद होता है तो उसे एक करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर सैनिक के साथ कोई भेदभाव नहीं होता, बल्कि उनको वो ही सम्मान मिलता है जो और सैनिकों को मिलता है।

सेना के जवानों की सर्विस के बारे में बताते हुए कर्नल गोपाल ने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध और द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जवानों को कोई पेंशन नहीं दी जाती थी, बिना पेंशन के ही घर भेज दिया जाता था। 1955 में सैनिकों की सर्विस सात वर्ष की होती थी। 1964 की लड़ाई में मिली हार के बाद जवानों की सर्विस का समय 10 वर्ष किया गया। उन्होंने कहा कि 1971 की जंग हमने जीती और 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया। कर्नल गोपाल ने कहा कि उस समय जम्मू कश्मीर की समस्या का समाधान हो सकता है, लेकिन पाकिस्तानी कैदियों को किसने बिना शर्त छोड़ा यह सभी को मालूम है। 

अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद हरियाणा के अध्यक्ष कर्नल गोपाल ने बताया कि 1976 में भारतीय सैनिकों की सर्विस 15 वर्ष की गई और पेंशन का भी प्रावधान किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन रैंन वन पेंशन का अपना प्रण पूरा किया। उन्होंने कहा कि 17 वर्ष का युवा अगर घर रहकर स्नातक करता है इस दौरान लाखों रुपये खर्च होते हैं। अगर वही युवा अग्निवीर बन जाता है तो सेलरी के अलावा 11 लाख 72 हजार घर लेकर आता है जिससे वह अपना कोई काम भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही है। 

कर्नल गोपाल ने कहा कि पंजाब और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि मान और केजरीवाल सरकार अग्निवीर सैनिकों के साथ भेदभाव करती है और शहीद होने पर उचित कंपनसेशन भी नहीं देती। उन्होंने कहा कि संसद के अंदर राहुल गांधी ने झूठ फैलाया जिसका जवाब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दिया और कहा कि अग्निवीर योजना के तहत भर्ती हुए शहीद को एक करोड़ रुपये से अधिक का कंपनसेशन दिया गया। कर्नल गोपाल ने कहा कि युवाओं को इन अफवाहों से बचना चाहिए। कांग्रेस हमेशा हमेशा से ही झूठी राजनीति करती रही है।  

इस मौके पर जिला सैनिक प्रकोष्ठ गुरुग्राम के योगेश चौहान, लेफ्टिनेंट धर्म प्रकाश, भीम सिंह लांबा, प्रदेश कोषाध्यक्ष ईएसएम ओम प्रकाश यादव, सैनिक प्रकोष्ठ फरीदाबाद के अध्यक्ष कैप्टन जयचंद, प्रदेश सह संयोजक कर्नल राज कुमार अत्री, जिला मीडिया प्रभारी गजेंद्र गुप्ता और जिला सह मीडिया प्रमुख पवन यादव मौजूद रहे।

Previous Post Next Post

نموذج الاتصال