मरीजों का बुखार भी नहीं उतार पर रहा सरकारी अस्पताल
सरकारी अस्पताल में पहुंचकर पंकज डावर ने खोली सरकार की पोल
कहा स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर भाजपा के सभी दावे गुमराह करने वाले
गुड़गांव, 16 जुलाई
कांग्रेस नेता पंकज डावर मंगलवार सुबह गुरुग्राम के सैक्टर-10 स्थित सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं देने के नाम होने वाली राजनीति का पर्दाफाश करने पहुंचे। अस्पताल में पहुंचते ही दवाइयों के लिए लाइन में खड़े सैकड़ो मरीज व उनके परिजनों ने पंकज डावर को घेर लिया और उनके सामने अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिलने की समस्याएं रखी। इस मौके पर जय सिंह हुड्डा, प्रो सुभाष सपरा,पर्ल चौधरी,अधिवक्ता रोहित मदान,मोहन खुरानिया, राजीव यादव, सत्यवंती हुड्डा,प्रवीण सरपंच, मनोज आहूजा, कुलदीप मोलाहेड़ा,प्रमोद शर्मा,दीपक कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
पंकज डावर ने कहा कि मौजूदा सरकार आम जनता को स्वास्थ्य सेवाएं देने के नाम पर बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन जब मरीज सरकारी अस्पताल में पहुंचते हैं तो सरकार के सभी दावे फेल हो जाते हैं। डावर ने कहा कितनी हैरानी की बात है कि मिलेनियम सिटी के सरकारी अस्पताल में अगर किसी को अल्ट्रा साउंड कराना है तो उसका नंबर 10 दिनों बाद आएगा, कुछ नाजुक मरीजों का अल्ट्रासाउंड तो हो जाता है लेकिन अन्य मरीजों का अल्ट्रासाउंड इसलिए नहीं होता क्योंकि एक तो मशीन की कमी है दूसरे जिन मरीजों को अपने मर्ज के बारे में पता करना है वो प्राइवेट में अल्ट्रसाउंड कराएं, 90 प्रतिशत मरीज ऐसा ही कर रहे हैं, कारण कोई भी हो मरीज इतना इंतजार नहीं कर सकता। इसी तरह यहां दवाइयां तो है ही नहीं मजबूरन दवाईया बाहर से महंगे दामो मे लेनी पड़ती है, यह अस्पताल आम बुखार तक वाले मरीजों का बुखार तक उतारने की स्थिति में नहीं है। यहां एक और बड़ा खेल मरीजों को रेफर करने का है। गंभीर मरीज को बिना देखे अस्पताल की ओर से फस्ट उपचार देकर दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। यहां से ज्यादातर मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा जाता है। डावर ने कहा कि गुरुग्राम हरियाणा की आर्थिक राजधानी होने के बाद भी यहां के लोगों का उपचार सरकार नहीं कर पा रही है। अस्पताल में गंदगी और अव्यवस्थाओं के बारे में तो बताना ही बेकार है। डावर ने कहा कि मरीजों को दवाइयां व उपचार नहीं मिलने के पीछे सरकार की बहुत बड़ी लापरवाही है। मौजूदा मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को इसपर संज्ञान लेते हुए जवाब देही तय करनी चाहिए।
फोटो—अस्पताल में सैकड़ों मरीजों के साथ पंकज डावर।