वृन्दावन - राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ ने वामन जयन्ती के अवसर पर गोपेश्वर रोड स्थित गोदा विहार में भगवान वामन देव की प्रतिमा का महाभिषेक कर पूजन अर्चन कियाl इस अवसर पर शिक्षा, साहित्य ,समाज सेवा ,चिकित्सा, पाण्डित्य, धर्म प्रचार ,कर्मकाण्ड एवं मल्लविद्या आदि क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित कर रहे विप्र महानुभावों को उत्तरीय, प्रसाद, प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा ब्रहद्ध विद्वत संगोष्ठी का आयोजन श्री मुनिराज जी महाराज की अध्यक्षता में किया ।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के संस्थापक पं. चन्द्र लाल शर्मा ने कहा कि सत्युग में परमात्मा ने दैत्यराज वलि के अहंकार को ध्वस्त करने, दान की महिमा को प्रतिस्थापित करने व सत्य की स्थापना के लिये वामन अवतार लिया। हमें अवतार के उद्देश्य से प्रेरणा लेकर कल्याणकारी उदार एवं सहयोगी भावना से समाज के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिये।
मुख्य अतिथि राहुल द्विवेदी ने कहा कि संस्कारवान युवा ही देश व समाज को नई दिशा दे सकता है। उन्होंने कहा कि विप्र समाज ने सदैव से ही समाज एवं राष्ट्र को समय-समय पर उचित मार्ग दर्शन दिया है तथा सर्व समाज की कल्याणकारी शैली का परिचय देकर अपने गरिमामय स्वरूप का परिचय दे अविभूत किया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य आनन्दबल्लभ गोस्वामी ने कहा कि वामन जयंती पर सार्वजनिक अवकाश होना चाहिए, इस सन्दर्भ में ब्राह्मण सेवा संघ केन्द्र सरकार के नाम ग्यापन देगा l
योगेश्वर महाराज ने कहा कि विप्र समाज को चाहिये कि वे भावी पीढ़ी को अपने गरिमामय अतीत से परिचित करायें तथा सामाजिक कुरीतियों से दूर रह कर आपसी मतभेद भुला कर रचनात्मक कार्यों में अग्रणी भूमिका निर्वाह करने को प्रेरित करें।
भागवताचार्य मनोज मोहन शास्त्री एवं पंडा सभा के अध्यक्ष पं. श्याम सुंदर गौतम ने कहा कि बहुसंख्यक एवं सवर्ण के नाम पर ब्राह्मण समाज का शोषण एवं उत्पीडन बर्दास्त नहीं किया जावेगा। हमें अपनी शक्ति पहचाननी होगी तथा संगठित होकर अपने अधिकार प्राप्त करने होंगे। उन्होंने कहा कि आरक्षण के कुठाराघात से विप्र समाज अपने अधिकारों से बंचित है।
नगर निगम के उप सभापति पं. मुकेश सारस्वत एवं आचार्य रसिक शास्त्री ने कहा कि विप्र समाज सर्वे भवन्तु सुखिनः की कामना ही करता है, वे अपने ज्ञान से सदैव सभी को योग्य सक्षम एवं निपुण बनाते हैं। विश्व में भारतवर्ष को जगद्गुरु की उपाधि से अलंकृत कराने का श्रेय ब्राह्मण समाज को ही जाता है l
समारोह में प्रमुख रूप से महंत शाश्वत महाराज, डॉ. प्रताप पाल शर्मा अधिवक्ता रवि भूषण, डॉ. विनोद बनर्जी, लवेश जी, पंकज शर्मा, महंत प्रिया शरण, बृजेंद्र भाई कौशिक, कृष्ण चन्द्र गौतम छीता, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं.वंशी तिवारी, राष्ट्रीय महासचिव पं. जगदीश " नीलम",राष्ट्रीय सचिव पं.योगेश द्विवेदी, कोषाध्यक्ष जे.पी.सारस्वत, गोविंद नारायण शर्मा अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ,राष्ट्रीय संयोजक पंडित राम गोपाल शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता पंडित डी .पी. शास्त्री, मीडिया प्रभारी नीरज गोड़, पूरन चंद शर्मा पश्चिम बंगाल, विष्णु शर्मा ग्रेटर नोएडा, मुनिराज जी महाराज फरीदाबाद, मेरुकांत पांडे दाऊजी, डा.हरिमोहन गोस्वामी नंदगांव, आचार्य सुरेश बाबा जी महाराज गोकुल, रमन बिहारी शर्मा लोहबन,चंद्रभान शर्मा लोहबन,पं.जगदीश शर्मा, लाला व्यास गोवर्धन,प्रवीण गोस्वामी बरसाना,आर.के पांडे दाऊजी, सोहनलाल शर्मा एडवोकेट मथुरा ,अमित भारद्वाज मथुरा, संजय पाराशर मथुरा ,कुमारी छाया गौतम मथुरा , ऋचा शर्मा, मोहित मराल गोस्वामी ,पंडित मृदुलकांत शास्त्री ,श्रीमती पुष्पा शर्मा पूर्व न .पा.अध्यक्ष, बृज विभूति लक्ष्मी नारायण तिवारी ,अभय वशिष्ठ ,डॉक्टर अभिषेक शर्मा ,डॉक्टर विजय कुमार शर्मा ,उपसभापति नगर निगम मथुरा वृन्दावन,आर.एन. द्विवेदी राजू भैया, पंडित सुरेश चंद शर्मा ,आचार्य नरेश नारायण महाराज, पंडित राम मूर्ति अग्निहोत्री ,गोपाल शरण सारस्वत , बालमुकुंद शर्मा, श्याम सुंदर गौतम, डॉ .वी.पी.शुक्ला, सुरेश चंद दीक्षित ,वनबारी लाल गौड़, अशोक अज्ञ, ब्रजेश शर्मा,आनंद प्रकाश द्विवेदी,डा. रमेश चंद्राचार्य,सोनू पाठक, गोविंद पचौरी, अजय शर्मा, राम नारायण ब्रजवासी,बुद्धि प्रकाश शर्मा, आचार्य ऋषि कुमार, मुकेश मोहन, बनवारी लाल गौड़ आदि अनेक विप्र महानुभाव उपस्थित थे।