बादशाहपुर में होने वाली अमित शाह की रैली कायम करेगी इतिहास
गुरुग्राम। बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि प्रदेश में भाजपा जीत की हैट्रिक बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर दक्षिणी हरियाणा को निश्चित तौर पर बड़ी ताकत मिलेगी। राव नरबीर सिंह ने कहा कि 2014 से 2019 तक भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए उन्होंने बादशाहपुर सहित पूरे गुरुग्राम जिले में विकास के इतने काम किए जितने पिछले 50 साल में भी नहीं हुए थे। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम की चारों सीटों पर कमल खिलाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर भाजपा के पक्ष में मतदान करना होगा।
राव नरबीर सिंह सोमवार को गांव धानावास, खैटावास, सैदपुर, पातली हाजीपुर, जड़ौला व मोहम्मदपुर आदि गांव में आयोजित जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। पूर्व मंत्री का सभी स्थानों पर आयोजकों व ग्रामीणों की ओर से जोरदार स्वागत किया गया। राव नरबीर सिंह ने कहा कि गुरूग्राम प्रदेश की आर्थिक राजधानी है। पूर्व की सरकारों ने तो केवल और केवल गुरूग्राम को दोनों हाथों से लूटा था जबकि भाजपा सरकार आने के बाद यहां विकास को पंख दिए गए।
बिना भेदभाव कराया सभी जगह विकास :
राव नरबीर सिंह ने कहा कि उनके परिवार की तीन पीढिय़ां राजनीति में रही है। उनके दादा स्व. राव मोहर सिंह ने सालों पहले सामाजिक सौहार्द का जो संदेश दिया था आज भी उसका पालन किया जा रहा है। उनके घर पर 36 बिरादरी का एक ही हुक्का चलता है। 2014 से 2019 तक कैबिनेट मंत्री रहते हुए उन्होंने कभी किसी व्यक्ति से उसकी जाति पूछकर काम नहीं किया। जो भी व्यक्ति अपना काम लेकर उनके पास आया उन्होंने तुरंत प्रभाव से उसके काम को करने का प्रयास किया। जात बिरादरी से ऊपर उठकर न केवल बादशाहपुर अपितु पूरे अहिरवाल के विकास के लिए काम किया। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि राव नरबीर सिंह के पास काम हो तो किसी बिचौले को लाने की कभी आवश्यकता नहीं पड़ी। आपको जो भी काम हो आकर सीधे मिलेंगे तो भी मैं हर संभव प्रयास आपका काम कराने के लिए करूंगा।
पूर्व की सरकारों ने गुरूग्राम के विकास को किया अनदेखा :
राव नरबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा गठन के समय वर्ष 1966 में प्रदेश में सात जिले होते थे और इन्हीं में से गुरूग्राम भी एक जिला था। बाकी के छह जिलों का तो विकास हुआ लेकिन गुरूग्राम को हरियाणा की सरकारों ने लगातार अनदेखा किया। जो लोग वर्ष 2014 से पहले गुरूग्राम में रह रहे हैं वह यहां के हालातों से अच्छी तरह से परिचित थे। 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद उनको कैबिनेट मंत्री का पद मिला और उन्होंने बादशाहपुर के साथ ही पूरे गुरूग्र्राम की समस्याओं का समाधान कराना शुरू किया। यहां के हर चौराहे पर ट्रैफिक जाम की समस्या रहती थी, उसके समाधान के लिए ओवरब्रिज और अंडरपास बनवाए। राजीव चौक, इफको चौक, सिग्नेचर टावर, महाराणा प्रताप चौक जैसे चौराहों पर जहां घंटों ट्रैफिक में लग जाते थे वहां अब मिनटों में सफर तय होता है। बादशाहपुर एलीवेटेड फ्लाइओवर और द्वारका एक्सप्रेस वे जैसी हजारों करोड़ की परियोजनाओं को यहां लाने के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्री नितिन गडक़री से कई बार मुलाकात करनी पड़ी। चूंकि बादशाहपुर का नेतृत्व उस समय राव नरबीर के हाथ में था इसलिए वह गुरूग्राम के लिए हजारों करोड़ की इन परियोजनाओं को भी ले आया। राव नरबीर सिंह ने कहा कि 2019 में बादशाहपुर के लोगों ने कमजोर हाथों में यहां का नेतृत्व सौंपा जिसका खामियाजा जनता और इस इलाके को उठाना पड़ा। उन्होंने मौजूद लोगों से पूछा कि पिछले पांच साल में क्या बादशाहपुर में एक ईंट भी विकास की लग पाई। मौजूद लोगों ने भी स्पष्ट तौर पर माना कि 2014 से 2019 के विकास के कामों के आगे पिछले पांच साल में कुछ भी नहीं हुआ।
शाह की रैली में दिखेगी बादशाहपुर की ताकत :
राव नरबीर सिंह ने कहा कि पिछले दिनों उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में अमित शाह ने उनसे वादा किया था कि वह बादशाहपुर में एक चुनावी रैली करने के लिए जरूर जाएंगे। शीघ्र ही उनसे रैली के लिए समय लिया जाएगा। यह रैली पूरे हरियाणा में एक नया इतिहास कायम करेगी। उन्होंने कहा कि वह शाह से भी वादा करके आए हैं कि बादशाहपुर की रैली हरियाणा का एक नया अध्याय लिखेगी। उन्होंने समर्थकों से कहा कि वह पूरे जी जान से आज से ही रैली की तैयारियों में जुट जाएं।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा गठन के समय वर्ष 1966 में प्रदेश में सात जिले होते थे और इन्हीं में से गुरूग्राम भी एक जिला था। बाकी के छह जिलों का तो विकास हुआ लेकिन गुरूग्राम को हरियाणा की सरकारों ने लगातार अनदेखा किया। जो लोग वर्ष 2014 से पहले गुरूग्राम में रह रहे हैं वह यहां के हालातों से अच्छी तरह से परिचित थे। 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद उनको कैबिनेट मंत्री का पद मिला और उन्होंने बादशाहपुर के साथ ही पूरे गुरूग्र्राम की समस्याओं का समाधान कराना शुरू किया। यहां के हर चौराहे पर ट्रैफिक जाम की समस्या रहती थी, उसके समाधान के लिए ओवरब्रिज और अंडरपास बनवाए। राजीव चौक, इफको चौक, सिग्नेचर टावर, महाराणा प्रताप चौक जैसे चौराहों पर जहां घंटों ट्रैफिक में लग जाते थे वहां अब मिनटों में सफर तय होता है। बादशाहपुर एलीवेटेड फ्लाइओवर और द्वारका एक्सप्रेस वे जैसी हजारों करोड़ की परियोजनाओं को यहां लाने के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्री नितिन गडक़री से कई बार मुलाकात करनी पड़ी। चूंकि बादशाहपुर का नेतृत्व उस समय राव नरबीर के हाथ में था इसलिए वह गुरूग्राम के लिए हजारों करोड़ की इन परियोजनाओं को भी ले आया। राव नरबीर सिंह ने कहा कि 2019 में बादशाहपुर के लोगों ने कमजोर हाथों में यहां का नेतृत्व सौंपा जिसका खामियाजा जनता और इस इलाके को उठाना पड़ा। उन्होंने मौजूद लोगों से पूछा कि पिछले पांच साल में क्या बादशाहपुर में एक ईंट भी विकास की लग पाई। मौजूद लोगों ने भी स्पष्ट तौर पर माना कि 2014 से 2019 के विकास के कामों के आगे पिछले पांच साल में कुछ भी नहीं हुआ।
शाह की रैली में दिखेगी बादशाहपुर की ताकत :
राव नरबीर सिंह ने कहा कि पिछले दिनों उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में अमित शाह ने उनसे वादा किया था कि वह बादशाहपुर में एक चुनावी रैली करने के लिए जरूर जाएंगे। शीघ्र ही उनसे रैली के लिए समय लिया जाएगा। यह रैली पूरे हरियाणा में एक नया इतिहास कायम करेगी। उन्होंने कहा कि वह शाह से भी वादा करके आए हैं कि बादशाहपुर की रैली हरियाणा का एक नया अध्याय लिखेगी। उन्होंने समर्थकों से कहा कि वह पूरे जी जान से आज से ही रैली की तैयारियों में जुट जाएं।
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Rao narbir