अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को उजाड़ रहा प्रशासन
-त्यौहारी सीजन में प्रभावशाली लोगों को अतिक्रमण की दे रखी है खुली छूट
गुडग़ांव। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने कहा कि भाजपा के नवनियुक्त मंत्री के कथन से यह साबित हो गया है कि भाजपा सरकार में खूब भ्रष्टाचार होता आ रहा है। गुडग़ांव में विकास के काम नहीं हो रहे। जिस तरह का माहौल बना हुआ है, इससे साफ है कि भाजपा के 10 साल के शासन में जनता सुविधाओं से भी वंचित रही है। विकास के नाम पर सिर्फ शोर-शराबा ही किया गया है।
पंकज डावर ने कहा कि 10 साल तक भले ही भाजपा हरियाणा में राज कर चुकी है, लेकिन इस राज में विकास से हरियाणा अछूता ही रहा। खासकर गुडग़ांव।
पंकज डावर ने कहा कि गुडग़ांव को विकास के नाम पर भाजपा सरकार में धोखा ही दिया गया है। शहर में चारों तरफ आज भी समस्याओं का अंबार है। हर जगह गंदगी है। सडक़ें टूटी हैं। भाजपा के गुडग़ांव से विधायक बनने वाले नेता भी सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं। धरातल पर काम से उनका कोई लेना-देना नहीं है। जिस सदर बाजार में उन्होंने सफाई करने की शुरुआती करने का ढकोसला किया, उसके हालत उन्हें देखने चाहिए। अनेक कालोनियों में सीवरेज ओवरफ्लो हैं। उन्होंने अवैध कब्जे हटाने के नाम पर गरीबों को हटाने की भी निंदा की। पंकज डावर ने कहा कि गरीबों पर तो नगर निगम का बुल्डोजर चल रहा है। गरीबों की रेहड़ी उठाई जा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने कहा कि सरकार द्वारा शुरू किए गए समाधान शिविरों में जनता जिस तरह से बिजली, पानी, सडक़, सीवरेज की समस्याएं लेकर आ रही है, उससे साफ है कि पिछले 10 साल में काम कम दावे अधिक हुए हैं। छोटी-छोटी समस्याएं आज बड़ी हो चुकी हैं। लोग समस्याओं से त्रस्त हैं। पंकज डावर ने कहा कि उन्होंने वार्डों में जाकर समस्याओं की जानकारी ली। लोगों से चर्चा की। गलियों में बहता गंदा पानी बीमारियां फैला रहा है। पीने का गंदा पानी आ रहा है। सीवरेज ओवरफ्लो रहते हैं। सडक़ें, गलियां टूटी पड़ी हैं। जहां सडक़ें बनाई गई हैं, उनमें इतनी घटिया सामग्री लगाई है कि सडक़ें15 दिन में ही टूट रही हैं। आनन-फानन में काम किए जा रहे हैं। पंकज डावर ने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई को अब भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन के स्तर पर भ्रष्टाचार होने के मुद्दों को मुख्य विपक्ष दल होने के नाते कांग्रेस द्वारा सडक़ से विधानसभा तक उठाया जाएगा। समस्याओं के समाधान के लिए सरकार पर दबाया बनाया जाता रहेगा।