गुरुग्राम के MBLM स्कूल, बिलासपुर कलां के युवा वैज्ञानिकों ने वह कारनामा कर दिखाया है, जो अब तक दुनिया भर के विशेषज्ञों के लिए एक चुनौती बना हुआ था। इन छात्रों द्वारा प्रस्तुत “CCU टेक्नोलॉजी” नामक परियोजना प्रदूषण की समस्या को खत्म करने में सहायक सिद्ध हो सकती है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल प्रदूषण को कम करना है, बल्कि इससे पर्यावरण के अनुकूल कई उपयोगी बाय-प्रोडक्ट भी तैयार किए जा सकते हैं।
टीम का मार्गदर्शन कर रहे श्री विरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि, “इस तकनीक से प्रदूषण को कम करने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी। इससे कई तरह के उत्पाद बनाए जा सकते हैं, जो हमारे दैनिक जीवन और औद्योगिक प्रक्रियाओं में उपयोगी होंगे। यह प्रोजेक्ट पर्यावरणीय सुधार और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
स्कूल के चेयरमैन श्री ऋषि राज चौधरी ने इस उपलब्धि को छात्रों की मेहनत और रचनात्मकता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “यह प्रोजेक्ट न केवल हमारे स्कूल बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। युवा वैज्ञानिकों द्वारा किया गया यह प्रयास भविष्य में दुनिया के सामने एक मिसाल पेश करेगा।”
प्राचार्या श्रीमती सरोज चौधरी ने कहा, “हमारे छात्रों ने अपने कौशल और समर्पण से यह साबित कर दिया कि अगर सही दिशा और मार्गदर्शन मिले, तो युवा कुछ भी हासिल कर सकते हैं।”
उप-प्राचार्या श्रीमती विभूति शर्मा ने टीम की मेहनत की सराहना करते हुए कहा, “यह प्रोजेक्ट छात्रों के नवाचार और पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी का प्रमाण है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।”
टीम का चयन IIT दिल्ली में 23-24 दिसंबर को आयोजित होने वाले क्षेत्रीय चरण के लिए किया गया है। इस परियोजना से दुनिया भर में प्रदूषण की समस्या से निजात पाने की उम्मीद जगी है। प्रतियोगिता के परिणाम 9 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।