आज राष्ट्र चेतना समिति गुरुग्राम के सदस्य केशव जी, राजेश जी, विरेन्द्र जी, बजरंगी जी तथा अन्य ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ और प्रसिद्ध अधिवक्ता श्रीमान अश्विनी उपाध्याय जी (पी आई एल मैन ऑफ़ इंडिया) के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की । इस बैठक का उद्देश्य समाज में व्याप्त ज्वलंत मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करना और उनके संभावित समाधान ढूंढना था।
बैठक के प्रमुख मुद्दे:
1. “चार बीबी, चार पेंशन” का मुद्दा:
इस बैठक में “चार बीबी, चार पेंशन” जैसी विसंगतियों को दूर करने पर जोर दिया गया। ऐसा देखने में आया है कि कई बार एक पति की विधवा पेंशन का लाभ, चार चार बीवियां उठाती हैं। इसके चलते सरकार पर आर्थिक बोझ और समाजिक असमानता की स्थिति उत्पन्न होती है। अतः इस दिशा में एक समान नीति बनाने की बात की गई ताकि सभी वर्गों को समानता और न्याय मिल सके। एक समान नीति बनाने की आवाज़ उठाने की बात की गई।
2. एक व्यक्ति, एक मत प्रणाली:
देश में चुनावी प्रणाली को बेहतर और निष्पक्ष बनाने के लिए “एक व्यक्ति, एक मत” का सिद्धांत अपनाने की आवश्यकता महसूस की गई। यह बात प्रकाश में आयी है कि एक ही व्यक्ति के कई - कई स्थानों पर वोटर ID कार्ड बने हुए हैं जिससे वह अपने मताधिकारों का दुरुपयोग करता है। यह प्रणाली विभिन्न स्तरों पर फैले मताधिकार में हो रही विसंगतियों को दूर करने में सहायक होगी और लोकतंत्र को मजबूत बनाएगी।
3. आत्म-रक्षा के कानून:
आत्म-रक्षा के अधिकार को लेकर समाज में बढ़ती जागरूकता के चलते इसे सशक्त बनाने की आवश्यकता पर भी विचार हुआ। आत्म-रक्षा कानून को प्रभावी और उपयोगी बनाने के लिए कुछ संशोधन प्रस्तावित किए गए , जिससे नागरिक अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक आश्वस्त हो सकें। इसके साथ ही उन्होने आत्म रक्षा के लिए जागरूक किया तथा उपाय भी बताए ।
4. जनसंख्या नियंत्रण*:(असंतुलित जनसंख्या वृद्धि ) तेज़ी से बढ़ती असंतुलित जनसंख्या के कारण समाज में विसंगतियां उत्पन्न हो रही है जिसके कारण समाज अलग-थलग पड़ रहा है।
एक ही समाज की तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण देश को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। सदस्यों ने इसके लाभों पर प्रकाश डाला और इस कानून की आवश्यकता के बारे में व्यापक जागरूकता फैलाने की दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया।
5.वक्फ बोर्ड नियंत्रण कानून :
बैठक में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों और उनके प्रशासन के तरीके पर विशेष चर्चा हुई। सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया कि कैसे वक्फ बोर्ड को लेकर समाज में असंतोष और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस संदर्भ में, सरकार के स्तर पर आवश्यक नीतियों को लागू करने की बात भी हुई जिससे इन संपत्तियों का न्यायपूर्ण और पारदर्शी तरीके से उपयोग हो सके।
बैठक का निष्कर्ष:
यह बैठक समिति के सदस्यों और अश्विनी उपाध्याय जी के बीच एक सकारात्मक संवाद के रूप में संपन्न हुई। सभी सदस्यों ने इन मुद्दों को लेकर जागरूकता बढ़ाने, जनमानस को शिक्षित करने और आवश्यक कानूनी कदम उठाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया। बैठक में इन विषयों पर ठोस कार्ययोजना बनाने पर भी जोर दिया गया।
राष्ट्र चेतना समिति का मानना है कि इन मुद्दों का समाधान समाज में व्यापक सुधार और सामाजिक न्याय को सुदृढ़ करेगा। समिति का लक्ष्य है कि भविष्य में भी इस तरह की बैठकें आयोजित कर समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर लगातार काम किया जाए।
अग्रिम योजना: इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही निकट भविष्य में गुरुग्राम में *विशाल जनसभा* का आयोजन किया जाएगा , जिसमें श्री अश्वनी उपाध्याय जी के मार्गदर्शन में एक *राष्ट्रव्यापी जन-आंदोलन* की रूपरेखा तैयार की जाएगी ।