नगर निगम में आरक्षित वार्डों को घटाना भाजपा का अनुसूचित जाति विरोधी चेहरा उजागर: पंकज डावर
-भाजपा में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ भी अपने हितों की रक्षा करने में रहा विफल
-अनुसूचित जाति के भाजपा नेताओं ने नहीं उठाई हकों की आवाज
गुरुग्राम। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा नगर निगम गुरुग्राम से अनुसूचित जाति (एससी) के वार्डों को घटाकर उनके हितों पर कुठाराघात किया गया है। इससे भाजपा का एससी विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। दुख की बात तो यह है कि भाजपा में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ भी अपने हितों की रक्षा के लिए आवाज नहीं उठा पाया।
पंकज डावर ने यह बात मंगलवार को नगर निगम गुरुग्राम के वार्डों के ड्रा में पक्षपात करने के संदर्भ में कही। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से गठित की गई कमेटी की बैठक में नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर चुनाव के लिए पिछड़ा वर्ग-बी के लिए पुरूष व महिला वर्ग के लिए ड्रा निकाला गया। डावर ने कहा कि नगर निगम गुरुग्राम के पहले 35 वार्ड होते थे, जिनमें से 6 वार्ड अनुसूचित जाति के थे। इस बार वार्ड बढक़र 36 हो गए हैं, लेकिन अनुसूचित जाति के वार्ड घटाकर तीन कर दिए गए हैं। ऐसा करना किसी भी तरह से न्याय संगत नहीं है। नगर निगम क्षेत्र में अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी है। इस लिहाज से वार्ड 6 से ज्यादा नहीं तो 6 तो रखने ही चाहिए थे। भाजपा सरकार ने एससी विरोधी नीति अपनाते हुए 6 में से आधे वार्ड घटा दिए। दलितों की हितैषी होने का ढोल पीटने वाली भाजपा का दलित विरोधी चेहरा सबके सामने आ गया है। पूर्व में गुरुग्राम जिला कांग्रेस कमेटी और दलित संगठनों ने वार्ड बंदी में एससी वार्ड घटाने का जमकर विरोध किया गया था। सरकार तक बात पहुंचाकर वार्ड बढ़ाने की मांग की गई थी। इसके बाद भी सरकार ने इस विषय पर कोई संज्ञान नहीं लिया। तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाते हुए भाजपा ने अपनी मनमानी करते हुए एससी वर्ग के वार्डों की संख्या कम कर दी। ऐसे में यह अंदाज सहज ही लगाया जा सकता है कि भाजपा हर वर्ग की विरोधी है। भाजपा का अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ अपनी ही पार्टी में निष्क्रिय साबित हुआ है। क्योंकि किसी भी पदाधिकारी ने अपने हकों की रक्षा के लिए कदम नहीं बढ़ाया। अब निगम चुनावों में भाजपा को एससी वर्ग समेत गुरुग्राम के सभी मतदाता सबक सिखाएंगे।
पंकज डावर ने कहा कि इस बार कांग्रेस गुरुग्राम नगर निगम का चुनाव सिंबल पर लड़ेगी। सभी वार्डों में मजबूत प्रत्याशी उतारे जाएंगे। मेयर पद के लिए भी उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस अपना मेयर बनाएगी।