अखिल भारतीय श्री विश्वकर्मा महासंगठन की कार्यकारिणी की मीटिंग आज राजनैतिक प्रकोष्ठ कार्यालय पर हुई जिसमें राष्ट्रीय पदाधिकारी मौजूद रहे। पार्टी उपरांत मीडिया से बात करते हुए अखिल भारतीय श्री विश्वकर्मा महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रतनलाल शर्मा विश्वकर्मा ने कहा कि नगरनिगम चुनाव २ मार्च को होने हैं किन्तु इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने हमारे समाज को साइड में कर दिया है। गुड़गांव की मेयर सीट इस बार बीसीए महिला के लिए आरक्षित थी और उसके लिए हमने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा शर्मा जांगिड़ जी का फार्म जमा करवाया था और हमें पूरी उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें टिकट अवश्य देगी क्योंकि वो उसके लिए सभी मापदंड पूरे करती है।
वो पोस्ट ग्रेजुएट (MSC) हैं और अखिल भारतीय श्री विश्वकर्मा महासंगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा तथा बीएसएनएल की फैडरेशन अखिल भारतीय बीएसएनएल मजदूर संघ की राष्ट्रीय सहसचिव तथा पिछली पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय प्रभारी रह चुकी हैं।और सावित्री मैमोरियल ट्रस्ट की संस्थापक एवं चेयरपर्सन हैं और पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक कार्यों में अपना अथाह योगदान दे रही हैं । उन्होंने अपना देहदान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली को व आंखें निरामया चैरिटेबल ट्रस्ट गुड़गांव को दान की हुई हैं। उनका सर्विस का 38 सालों का प्रशासनिक एवं वाणिज्यिक अनुभव है और एक लंबा राष्ट्रीय स्तर का राजनैतिक एवं सामाजिक अनुभव रहा है। इतनी योग्यता होने के बाद भी पार्टी ने उन्हें टिकट नही दिया और हरियाणा के समस्त विश्वकर्मा समाज को आहत किया है और वो भी तब , जब कि हाल ही मे दिल्ली विधानसभा चुनावों में समस्त जांगिड़ ब्राह्मण समाज ने लिखित में संपूर्ण बहुमत से भारतीय जनता पार्टी को एक जुट समर्थन देकर प्रचंड जीत दिलाने में अपनी भूमिका निभाई है और उन चुनावों में श्रीमती पुष्पा शर्मा जांगिड़ जी ने दिल्ली में पार्टी के प्रत्याशियों के लिए समाज व पार्टी दोनों की तरफ़ से प्रचार प्रसार किया है।
विश्वकर्मा समाज पूरी आशा में थाकि इस बार टिकट विश्वकर्मा समाज की इस योग्य व शिक्षित महिला को मिलेगी लेकिन भाजपा ने टिकट देने में पक्षपात किया है मेयर का कार्य करने जा रहे प्रत्याशी का चुनाव उसकी व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर किया जाना चाहिए ना कि उनके पति,बाप दादा की पार्टी में वसीयत के आधार पर। पार्टी ने हमारी राष्ट्रीय स्तर की महिला की योग्यताओं को नकार कर जांगिड़ समाज के साथ सीधा सीधा पक्षपात किया है । वैसे भी रोजाना प्रत्याशियों की घोषणा करके फिर बदलना भी दर्शाता है कि पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है। पूरे हरियाणा में इतने बड़े विश्वकर्मा समाज को पार्षद में सिर्फ एक टिकट देना और बाकी को ज्यादा सीधा सीधा समाज की अवहेलना को दर्शाता है। पार्टी का बहुत पुराना कार्यकर्ता होने के नाते विधानसभा चुनावों में हमने अपना पूर्ण योगदान दिया और हम मानते थे कि भाजपा परिवार वाद को बढावा देने वाली नहीं बल्कि उसूलों की पार्टी है किन्तु पार्टी ने इस बार विपरीत कर दिया है। जिससे हम सबकी भावनाएं आहत हुई हैं।