गंभीर विषय। सैंडको स्कूल बिना फायर NOC के चल रहे है। गुरिंदरजीत सिंह
राज्य में कई स्कूल आग के ढेर पर। क्या बच्चो की जान की कोई परवाह नही। गुरिंदरजीत सिंह
कॉलोनियों में बिना बिल्डिंग प्लेन परमिशन के चल रहे अनेको छोटे बड़े स्कूल। गुरिंदरजीत सिंह
कब जागेगा प्रशासन, कब होगी ऐसे स्कूल चालको पर कारवाही। गुरिंदरजीत सिंह
कई स्कूल या कई स्कूलों की शाखाये बिना affilation के चल रही हैं।
गुरुग्राम :- शिक्षा विभाग की माने तो कुछ दिन पहले ही 282 स्कूलो की लिस्ट बताई जिन पर कारवाई करने जा रहा है।जो बिना मान्यता या अनुमति के चल रहे है। पर क्या पूरे राज्य में सिर्फ 282 स्कूल ही अवैध रूप से चल रहे थे? ये एक बड़ा सवाल है।
इस विषय पर गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने बताया कि पिछले साल भी यही हाल था। अब सिर्फ निर्देशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा, पंचकुला ने 282 स्कूलों को बंद किया जायेगा ये बताया। पर कारवाही कब तक होगी, डेडलाइन तिथि क्या है? आगे ऐसे स्कूल नही खुलेंगे, उसके लिए क्या नीति या कार्यशैली में बदलाव किया है?
प्राथमिक शिक्षा स्कूलों की संख्या:-
गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने बताया कि बिना प्रशासनिक अनुमति के 282 स्कूल हो सकता है सिर्फ माध्यमिक शिक्षा हरियाणा मे हो, पर प्राथमिक शिक्षा स्कूलों की संख्या क्या है? अनेको स्कूल रिहायशी कॉलोनियों में चल रहे है, जिन के पास कोई अनुमति नही।
बिना फायर एनओसी के चल रहे है स्कूल:-
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि पूरे राज्य में अनेको स्कूल ऐसे है जिनके पास फायर एनओसी भी नही है। सैंडको स्कूल बिना फायर NOC के चल रहे है। राज्य में कई स्कूल आग के ढेर पर। क्या सरकार और प्रशासन को बच्चो की जान की कोई परवाह नही? उन्होंने ने कहा कि इस में निजी स्कूल ही नही कई सरकारी स्कूल भी है। इस लिए समय समय पर स्कूलों की जाँच होनी चाहिए। प्रशासन को नींद से जागना चाहिए। और बिना फायर एनओसी के चल रहे स्कूलों पर जल्द कारवाई हो।
उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों की फायर NOC खत्म हो गयी, उसकी inspection हो। ताकि यहाँ पढ़ने वाले बच्चो की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
क्यों स्कूल चलाने वाले फायर NOC पर गंभीर नही? :-
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि जिले में सरकारी से लेकर निजी स्कूल, कॉलेज में फायर एनओसी नहीं है। इसको लेकर स्कूल संचालक गंभीर नहीं है। यहां अनेको छोटे बड़े स्कूल आग के ढेर पर रखे हुए हैं। इन स्कूलों के पास फायर एनओसी नहीं होने की जानकारी शिक्षा विभाग के साथ फायर विभाग को भी है, लेकिन इसके बावजूद भी इन स्कूलों पर कोई भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है, जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों को हर वक्त खतरा बना रहता है।
क्यों मौन है शासन प्रशासन फायर NOC मुद्दे पर:-
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि सरकारी से लेकर निजी स्कूलो में फायर एनओसी नहीं होने की लापरवाही के चलते फायर विभाग और शिक्षा विभाग भी इतने बड़े मामले को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है। किसी स्कूल फायर एनओसी का समय समाप्त होने के बाद दोबारा से पंजीकरण नहीं कराया, किसी ने बिना फायर एनओसी के स्कूल संचालित कर रहे है। ऐसे स्कूलों पर का कारवाई होगी?
क्या आला अधिकारी, शिक्षा मंत्री को बच्चो की जा की कोई परवाह नही?
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि आखिरकार विभागों की इतनी बड़ी लापरवाही होने के बावजूद भी विभागों का कोई आला अधिकारी इस बात की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। क्योंकि पिछले कुछ सालों में कई मामलों को देखा जाए चाहे वह शिक्षण संस्था हो या स्कूल हो उस में आगजनी के मामले सामने आए हैं।
बिना बिल्डिंग प्लान की बिना दी इमारत:
गुरिंदरजीत सिंह ने बताया कि गुरुग्राम में कई निजी स्कूल संचालकों ने बिल्डिंग प्लान मंजूर कराए बिना इमारत बनाई है। जिसमें स्कूल संचालित करते है, शिक्षा विभाग ऐसे स्कूलों के प्रति कार्रवाई की गंभीरता नहीं दिखाई है। जो स्कूल संचालक अपनी मनमानी करते है।
उन्होंने बताया कि राज्य में हो या गुरुग्राम जिले की बात, अनेको कॉलोनियों में बिना बिल्डिंग प्लेन परमिशन के चल रहे अनेको छोटे बड़े स्कूल। ऐसे स्कूलो में एकल सीडीया है, आपातकालीन स्थिति में वे कैसे बच्चो को जल्द स्कूल बिल्डिंग से निकाल सकते है। कुछ छोटे स्कूल तो किराये की बिल्डिंग में चल रहे है, उनके पास तो कोई affilation भी नही।
स्कूलों की शाखाये बिना affilation के:-
गुरिंदरजीत सिंह ने बताया कि जिले में कई ऐसे स्कूल ही जिनकी छोटी शाखाये बिना किसी एफिलेशन के चल रही है। उनपर भी शिक्षा विभाग आँखे मूंदे बैठा है। ऐसे स्कूल शाखाये अपने बड़े स्कूल की एफिलेशन दिखा बच्चो के दाखिले ले रहे है। ऐसे में वे परिजनों को ठग रहे है।
निष्कर्श:- गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि बिना फायर NOC, बिन बिल्डिंग प्लान अप्रोवल, बिना अनुमति, बिना बोर्ड एफिलेशन के चल रहे स्कूलों पर कब कारवाई होगी? स्कूलो में फायर एनओसी को चेक कराया जाएगा। जिन्होंने फायर एनओसी ले रखी है, समय समाप्त खत्म हो चुका है तो नोटिस देकर कार्रवाई की जाए! ताकि स्कूलों में पढ़ते बच्चो की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। और ऐसे स्कूल संचालकों पर रोक लगाई जा सके, जो चन्द पैसों के लिए बच्चो की अनमोल जान को दाव पर लगाए बैठे है।