पंचायती राज दिवस पर फतेहपुर की ग्राम पंचायतों में “बाल सभा” के ज़रिए भविष्य की लीडरशिप को दी नई दिशा

 फतेहपुर - पंचायती राज दिवस पर फतेहपुर की ग्राम पंचायतों में “बाल सभा” के ज़रिए भविष्य की लीडरशिप को दी नई दिशा


फतेहपुर, उत्तर प्रदेश — पंचायती राज दिवस सप्ताह के अवसर पर पिरामल फाउंडेशन के नेतृत्व में सुजानपुर सहित फतेहपुर ज़िले की 20 ग्राम पंचायतों — सेमौर, सुजानपुर, शामियाना, खटौली, चुरियानी, साहीपुर, पालियाबुजुर्ग, मोहम्मदपुर नेवादा, उन्नौर एवं तरापुर — में बाल सभा पर केंद्रित विशेष कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया गया।


पिरामल फाउंडेशन ने इन कार्यक्रमों के ज़रिए यह संदेश दिया कि “ग्राम पंचायतों की मज़बूती तभी संभव है जब उसकी योजना और निर्णय प्रक्रिया में बच्चों की भी प्रभावी भागीदारी हो।”

कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल बच्चों को पंचायत की निर्णय प्रक्रियाओं से जोड़ना था, बल्कि उन्हें नेतृत्व, अभिव्यक्ति और अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना भी था। इन आयोजनों में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, पंचायत प्रतिनिधियों और समुदाय के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बैठक में बाल सभा के स्वरूप, बच्चों की भागीदारी, उनके विचारों और अधिकारों को लेकर गहन संवाद हुआ। यह पहल न केवल बच्चों की आवाज़ को मंच देने की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पिरामल फाउंडेशन ग्राम पंचायतों को ‘बाल मैत्री’ पंचायत में रूपांतरित करने के लिए प्रतिबद्ध है। बाल सभा के दौरान बच्चों को अपनी बात रखने का मंच मिला, जहाँ उन्होंने अपने गांव की समस्याएं, ज़रूरतें और समाधान साझा किए। पंचायत प्रतिनिधियों ने बच्चों के विचारों को गंभीरता से सुना और बाल अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे विषयों पर संवाद किया। इस आयोजन ने यह सिद्ध किया कि यदि बच्चों को सुना जाए और उन्हें निर्णय प्रक्रियाओं से जोड़ा जाए, तो वे भी गांव के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं। पिरामल फाउंडेशन द्वारा संचालित इस नवाचारी पहल ने ग्राम पंचायतों को बाल अधिकारों के प्रति संवेदनशील और उत्तरदायी बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में सभी पंचायतों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने गांवों को बच्चों के लिए सुरक्षित, सशक्त और समावेशी मंच बनाएंगे, जहाँ बच्चों की आवाज़ को सम्मान मिलेगा और उनकी भागीदारी को पंचायत स्तर पर प्राथमिकता दी जाएगी। पिरामल की यह पहल न केवल बाल सहभागिता को बढ़ावा देती है, बल्कि यह पंचायती राज व्यवस्था को अधिक समावेशी और भविष्योन्मुखी भी बनाती है। ब्लॉक बहुआ अन्तर्गत ग्राम पंचायत सुजानपुर में महिला ग्राम प्रधान हेमलता पटेल की उपस्थिति में भी गांव के प्राइमरी स्कूल में बाल सभा का आयोजन किया गया इस अवसर पर पिरामल फाउंडेशन प्रोग्राम मैनेजर रोहिणी रॉय,अकरम, अनुप्रिया तथा अभिभावक व स्कूल स्टाफ भी मौजूद रहे

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